मिर्ज़ा ग़ालिब । Mirza galib famous shayari :
मिर्ज़ा ग़ालिब । Mirza galib famous shayari :
Chhatrapati Shivaji Maharaj Motivational Quotes in Hindi
Anmol Vichar in Hindi
Motivational quotes in Hindi
एक सामान्य नवयुवक के सपनो से अलग भगत सिंह का बस एक ही सपना था – “आज़ादी”। और ऐसा लग रहा था कि भगत सिंह अपने देश अपनी मातृभूमि को अंग्रेज़ो से आजाद कराने के लिए ही साँसे ले रहे थे। आइये आज हम उसी महान देशभक्त के क्रांतिकारी विचारों को जानते हैं।
युगों पुरानी है मनुष्य की यात्रा की कहानी । यात्रा स्वयं की खोज की । यात्रा अस्तित्व को जानने के लिए । कई बार ऐसी यात्राएं कुछ सालों में पूरी हो जाती है । तो कई बार एक यात्रा कई जन्मों तक चलती है और यह ऐसी ही एक यात्रा की कहानी ।
रतन टाटा का जन्म 28 दिसंबर 1937 को मुंबई मै हुआ था । ये Tata Group के founder जमशेद टाटा के पोते है । १९९१ मै उन्हें Tata Group का चेयरमैन बना दिया गया । उसके बाद रतन टाटा के देखरेख मै ही Tata Consultancy Service की शुरवात हुई । उसके बाद उन्होंने टाटा चाय ,टाटा मोटर ,टाटा स्टील जैसी कंपनी को शिखर पर पोहुंचाया । भारत सरकार ने रतन टाटा को दो बार पद्म विभुषण द्वारा सन्मानित किया ये सन्मान देश के तीसरे और दूसरे सर्वोच्च का सन्मान है । टाटा का बिज़नेस १०० देशो मैं फैला हुआ है और उनकी कंपनी मैं करीब 6. 5 लक्ष लोग काम करते है । दोस्तों सबसे बड़ी बात टाटा ग्रुप की ये है की वो अपने फायदे का 66 % चैरिटी मै दान देते है । तो जानते है आज ऐसे शक्शियत के अनमोल विचार जो आपको जीवन में सफलता पाने के लिए मदत करेंगे ...
“अगर आप ये सोचते हैं कि आप कर सकते हैं – तो आप जरुर कर सकते हैं ! अगर आप ये सोचते हैं कि आप नहीं कर सकते हैं – तो आप उसे बिलकुल नहीं कर सकते हैं।”
ग्रेट साइंटिस्ट थॉमस एडिसन के प्रेरणादायी विचार
कबीर हिंदी साहित्य के महिमामण्डित व्यक्तित्व हैं। कबीर के जन्म के संबंध में अनेक किंवदन्तियाँ हैं। कुछ लोगों के अनुसार वे रामानन्द स्वामी के आशीर्वाद से काशी की एक विधवा ब्राह्मणी के गर्भ से पैदा हुए थे, जिसको भूल से रामानंद जी ने पुत्रवती होने का आशीर्वाद दे दिया था। ब्राह्मणी उस नवजात शिशु को लहरतारा ताल के पास फेंक आयी। कबीर के माता- पिता के विषय में एक राय निश्चित नहीं है कि कबीर "नीमा' और "नीरु' की वास्तविक संतान थे या नीमा और नीरु ने केवल इनका पालन- पोषण ही किया था। कहा जाता है कि नीरु जुलाहे को यह बच्चा लहरतारा ताल पर पड़ा पाया, जिसे वह अपने घर ले आया और उसका पालन-पोषण किया। बाद में यही बालक कबीर कहलाया।