अगर किसी चीज को पूरी शिद्दत से चाहो तो पूरी कायनात उसे तुमसे मिलाने मै लग जाती है । मै इसमें यकीन नहीं रखता क्यूंकि कायनात से ना सिर्फ मांगो कुछ खुद भी करो तो ही मिलता है ।
अगर किसी चीज को पूरी शिद्दत से चाहो तो पूरी कायनात उसे तुमसे मिलाने मै लग जाती है । मै इसमें यकीन नहीं रखता क्यूंकि कायनात से ना सिर्फ मांगो कुछ खुद भी करो तो ही मिलता है ।